Father’s Day special: काटेलाल एंड संस के कलाकारों ने कहा- love you papa

Sony SAB: Father’s Day special: ‘काटेलाल एंड संस’ में अग्नि का रोल कर रहे साहिल फुल्ले ने कहा, ‘‘पिता वे सुपर हीरोज हैं, जिनके जैसा हम भविष्य में बनना चाहते हैं। फादर्स डे की मेरे दिल में बहुत खास जगह है, क्योंकि यह दिन मुझे मेरी जिन्दगी के सबसे दमदार शख्स के गुण गाने का मौका देता है। इस साल, मैं उनका फेवरेट परफ्यूम ऑर्डर कर चुका हूं, जो उन्हें फादर्स डे पर मिलेगा। इसके साथ ही मैं उन्हें वीडियो कॉल करके कहूंगा, ‘’आपका धन्यववाद, आपके कारण ही मैं आज इस मुकाम पर हूं।‘’ हर दिन एक जैसा होता है, लेकिन खासतौर से बनाए गए इन दिनों के कारण हम अन्यस दिनों की तुलना में ज्यासदा उत्साह से अपनी भावना को साझा कर सकते हैं, इसलिये यह ज्यादा खास हो जाता है। मेरे पिता बहुत अनुशासित और जिम्मेतदार व्यक्ति हैं। उन्हों ने मुझे भी ऐसा ही बनना और कुछ भी हो, अपनी जिन्दगी को अपने हाथ में रखना सिखाया है। मुझे अब भी याद है कि जब मैं टीनेज था और कॉलेज के लिए मुं‍बई शिफ्ट हो रहा था, तब उन्होंहने कहा था कि ‘गलत कभी करना नहीं, और कोई गलत हो, तो कभी झुकना नहीं’। अपनी जिन्दगी में उनका ‘जिम्मेदार’ होना मुझे उनकी सबसे अच्छी बात लगती है। आज वे जैसे हैं, उम्मी द है‍ कि मैं एक दिन उतना नहीं, तो कम से कम उसका आधा तो बनकर ही दिखाऊंगा।’

‘तेरा यार हूं मैं’ की दलजीत बग्गा ऊर्फ सायंतनी घोष ने कहा, ‘‘मैं डैडीज गर्ल हूं, इसलि‍ये मैं सबसे अच्छीे याद के बारे में नहीं सोच पाती हूं, क्योंकि मैंने उनके साथ बिताए गए हर पल को संजोया है। मेरे पापा को मंदिर जाना पसंद है, इसलिए बंगाली नववर्ष पर उनके साथ मंदिर जाना, और जब मैंने अपनी पहली गाड़ी खरीदी थी और जब उन्होंसने मेरी कार चलाई, यह दो खास यादें हैं। मुझे लगता है कि मैं अपने पिता का ही प्रतिबिम्बी हूं, इसलिये मेरी पूरी जिन्दगी ही एक बेहतरीन याद है और एक बेटी के तौर पर मेरे पिता के साथ मेरा जो सफर रहा है, वह मेरे दिल के लिये बहुत खास है। मेरा मानना है कि मैंने उनके दो गुणों को अपनाया है- काम करते रहने का स्‍वभाव और व्यवहारिकता का बोध। जिन्दगी के फैसलों पर वह बहुत तथ्यात्मक और व्यवहारिक हैं, साथ ही उनका एक भावनात्मिक पहलू भी है। मेरी कामना है कि मेरे पिता इस कठिन समय में सुरक्षित रहें। मैं इस फादर्स डे पर उनसे नहीं मिल सकूंगी, लेकिन उन्हें शुभकामना और प्यार दूंगी। हो सकता है कि मैं उस दिन उन्हें कुछ फूल दूं। मुझे खास दिनों को मनाने का कोई शौक नहीं है, मैं सारे दिनों को खास बनाने में यकीन रखती हूं। मैं चाहती हूं कि वे पूरे साल खुश रहें और मैं उन्हें शुभकामना दूंगी, मिठाइयां या फूलों का गुलदस्ता भेजूंगी।’’

मैडम सर में इंस्पेक्टगर करिश्मा की भूमिका निभा रहीं युक्ति कपूर ने कहा, ‘‘पिता हमारी जिन्दगी के सबसे बड़े सुपरहीरोज हैं और मेरे पिता भी वैसे ही हैं। उनके लिए मेरा प्यार बिना शर्त का और बेजोड़ है। मैं उन्हें सब-कुछ बताती हूं, क्योंकि मुझे अब भी याद है कि मेरी किशोरवय के दौरान जब मैं दोस्तों के साथ जाती थी और देर से लौटती थी, वह मेरे लौटने तक मेरा इंतजार किया करते थे। उन्हों ने मेरी पसंद को हमेशा समर्थन दिया है और इसके लिए मैं उनकी आभारी हूं। मैं हमेशा उनकी अच्छी सेहत और खुशी के लिये प्रार्थना करती हूं और कामना करती हूं कि उनकी जिन्दरगी लंबी हो और वह हमेशा मेरा साथ दें।’’

”जीजाजी छत पर कोई है” में जितेन्द्र जामवंत जिंदल की भूमिका निभा रहे शुभाशीष ने कहा, ‘‘पापा के साथ मेरी फेवरेट याद वह है, जब हम मेरी एडमिशन काउंसलिंग के लिए मणिपाल गए थे। मैं पहले राउंड में अपनी पसंद की ब्रांच नहीं पा सका। मुझे इसका भरोसा था, लेकिन मेरा दिल टूट गया। चुनौती की उस घड़ी में, पापा बहुत सपोर्टिव थे और एक अच्छे दोस्त की तरह मेरे साथ खड़े रहे। निराशा तो उन्हें भी हुई होगी, लेकिन उन्होंने पहले मुझे संभालने की सोची। वह मुझे वहां से पास की एक जगह अगुंबे तक ड्राइव करते हुए ले गये, जो पश्चिमी घाट की एक खूबसूरत और लुभावनी जगह है। उस ट्रिप ने मुझे राहत और कई संभावनाएं दीं। इस फादर्स डे पर मैं उनकी खुशी होने और अच्छे स्वास्थ्य की कामना करता हूं। मेरी प्रार्थना है कि उनके सारे सपने सच हों और उनकी जिन्दगी सुंदर और संतोषजनक हो। हो सकता है कि मैं उन्हें गुडीज का एक बैग भेजूं, जो ऐसी चीजों से भरा हो, जो उन्हें सबसे ज्यादा पसंद हैं। मौजूदा स्थिति को देखते हुए, संभवत: हम एक लंबे वीडियो कॉल के जरिये फादर्स डे मनाएंगे, उनकी फेवरेट चाय के साथ।‘’

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